नवीन वर्ष
सूरज की किरणों का नव स्पर्श
नव आनंद , नव क्रंदन
नवीन वर्ष अभिनन्दन
मन उत्सुक ,
उठती है नव तरंग
अंग -अंग ;
खिलते हैं नवल पुष्प
ले सहस्त्र नवीन रंग
ले नवीन आशाएं ,
मन उड़ता नव उड़ान .
संकल्पों का उत्सव ,
देता है नवल प्राण .
नविन मार्ग , नवल लक्ष्य ,
और प्रयत्न लक्ष – लक्ष ;
लक्ष्यों का कर अर्जन ,
नित विजयी हो गर्जन .
कर प्रयत्न बार बार ,
मन न माने ये हार ;
कर गुंजित तन मन को ,
नविन लक्ष्य, लक्ष्य पार.
एक बाद एक लक्ष्य ,
वर्ष भर अनेक लक्ष्य;
मन विस्मृत समय काल ,
नविन वर्ष फिर समक्ष.
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें